इस आर्टिकल में मिलेगी आपके मप्र. शिक्षकों के वेतन के बारे मे संपुर्ण जानकारी-

- पे स्केल
- मूल वेतन
- गृह भाड़ा
- महंगाई भत्ता
- ग्रेड पे
- पे लेवल
- परिविक्षा अवधि में वेतन
- वेतन केलकुलेटर
- परिविक्षा अवधि के बाद का वेतन
- वेतन कब और क्यो बढ़ता है?
नीचे दी गई सारणी में शिक्षक वर्ग 1, 2, और 3 के मूल वेतन (Basic Pay) की जानकारी दी गई है।
शिक्षक वर्ग | पे स्केल (₹) | मूल वेतन (₹) | ग्रेड पे (₹) | पे लेवल (7वां वेतनमान) |
---|---|---|---|---|
वर्ग 1 (हाई स्कूल शिक्षक) | ₹44,900 – ₹1,42,400 | ₹36,200 | ₹4,600 | पे लेवल 10 |
वर्ग 2 (माध्यमिक शिक्षक) | ₹35,400 – ₹1,12,400 | ₹32,800 | ₹3,200 | पे लेवल 9 |
वर्ग 3 (प्राथमिक शिक्षक) | ₹25,300 – ₹80,500 | ₹25,300 | ₹2,400 | पे लेवल 6 |
गृह भाड़ा अलग-अलग वर्ग में अलग अलग है इस कारण शुद्ध वेतन वाले कॉलम में 12-20 का फर्क रहेगा।
NPS (राष्ट्रीय पेंशन योजना) कुल वेतन का 10% कटेगा।
अब मैंने सभी शिक्षक वर्ग (VARG 1, 2, 3) के लिए सही वेतन वृद्धि सारणी तैयार की है, जिसमें:
✅ 50% DA लागू किया गया है।
✅ HRA ₹300 फिक्स नही है अलग-अलग वर्ग एवं शहरी व ग्रामीण में अलग अलग है।
✅ NPS = कुल वेतन का 10% लिया गया है।
✅ अंतिम कॉलम में “शुद्ध वेतन” (NPS कटौती के बाद वेतन) सही दिखेगा।
Note- सारणी को बेहतार तरीके से देखने के लिए मोबाइल को आड़ा करे।
📊 शिक्षक वेतन कैलकुलेटर – परिवीक्षा अवधि
निष्कर्ष
✔ अब NPS सही तरीके से “कुल वेतन” का 10% घटाया गया है।
✔ HRA ₹300 फिक्स नही है यह अलग अलग मिलता है।
परिवीक्षा अवधि पूर्ण होने के बाद वेतन वृद्धि कैसे होती है?
जब परिवीक्षा अवधि (Probation Period) पूरी हो जाती है, तो शिक्षक का वेतन कुछ मुख्य घटकों के आधार पर बढ़ता है:
1️⃣ वेतन वृद्धि के मुख्य आधार:
✅ नियत वेतनमान:
- शिक्षक को स्थायी (Regular) कर दिया जाता है और पूरा वेतनमान मिलना शुरू हो जाता है।
- परिवीक्षा के दौरान कुछ भत्ते या वेतन का कुछ प्रतिशत रोका जाता है, जो स्थायी होने के बाद पूरी तरह मिलना शुरू होता है।
✅ वार्षिक वेतन वृद्धि (Annual Increment):
- स्थायी होने के बाद हर साल 3% वेतन वृद्धि होती है।
- यह वृद्धि मूल वेतन (Basic Pay) पर लागू होती है।
✅ DA (महंगाई भत्ता) का पुनर्गणना:
- DA हर 6 महीने (जनवरी और जुलाई) में केंद्र/राज्य सरकार द्वारा संशोधित किया जाता है।
- स्थायी शिक्षक को पूरा DA मिलता है, जो परिवीक्षा के दौरान सीमित हो सकता था।
✅ HRA (मकान किराया भत्ता):
- कुछ मामलों में परिवीक्षा अवधि में कम HRA दिया जाता है।
- स्थायी होने के बाद HRA वेतनमान के अनुसार बढ़ जाता है (आमतौर पर 8%, 16%, 24%)।
✅ NPS (राष्ट्रीय पेंशन योजना) और अन्य कटौतियाँ:
- स्थायी होने के बाद NPS और अन्य सुविधाएँ पूरी तरह लागू हो जाती हैं।
- सरकार और कर्मचारी दोनों का योगदान बढ़ सकता है।
2️⃣ परिवीक्षा के बाद संभावित वेतन वृद्धि
एक वर्ष के अनुसार उदाहरण-
इसी तरह 10 वर्ष में 3%*10=30% बढ़ जाएगा।
🔹 वर्ग 1 (हाई स्कूल शिक्षक) वेतन वृद्धि
🔹 वर्ग 2 (माध्यमिक शिक्षक) वेतन वृद्धि
🔹 वर्ग 3 (प्राथमिक शिक्षक) वेतन वृद्धि
3️⃣ परिवीक्षा के बाद अन्य लाभ:
🔹 पदोन्नति के अवसर:
- स्थायी शिक्षक को पदोन्नति का अधिकार मिल जाता है।
- अनुभव बढ़ने के साथ पे ग्रेड (Grade Pay) भी बढ़ सकता है।
🔹 सभी भत्ते (Allowances) मिलने लगते हैं:
- DA, HRA, ट्रांसपोर्ट भत्ता, मेडिकल भत्ता आदि पूरी तरह से मिलते हैं।
🔹 ऋण (Loan) और वित्तीय लाभ:
- स्थायी कर्मचारी होने के कारण बैंक से गृह/वाहन/शिक्षा ऋण लेना आसान हो जाता है।
- भविष्य में मिलने वाली पेंशन और ग्रेच्युटी (Gratuity) में वृद्धि होती है।
वेतन कब और क्यों बढ़ता है?
वेतन वृद्धि के मुख्य कारण
शिक्षकों (वर्ग 1, 2 और 3) का वेतन मुख्य रूप से तीन प्रमुख कारणों से बढ़ता है:
1️⃣ वार्षिक वेतन वृद्धि (Annual Increment) – हर साल वेतन बढ़ता है
2️⃣ DA (महंगाई भत्ता) वृद्धि – हर 6 महीने में बदलाव
3️⃣ पदोन्नति (Promotion) – उच्च पद पर जाने पर वेतन बढ़ता है
1️⃣ वार्षिक वेतन वृद्धि (Annual Increment)
✔ हर साल वेतन में 3% की बढ़ोतरी होती है। (इसमें प्रदेश या देश का अर्थव्यवस्था के अनुसार परिवर्तन हो सकता है)
✔ यह वृद्धि मूल वेतन (Basic Pay) पर लागू होती है।
✔ यह तब तक जारी रहती है, जब तक कि शिक्षक प्रमोशन या उच्च ग्रेड पे (Pay Scale) में नहीं चला जाता।
👉 उदाहरण:
अगर किसी शिक्षक का मूल वेतन ₹35,400 है, तो एक साल बाद यह इस प्रकार बढ़ेगा: 35,400+(35,400×3%)=36,46235,400 + (35,400 \times 3\%) = 36,46235,400+(35,400×3%)=36,462
अगले साल: 36,462+(36,462×3%)=37,55636,462 + (36,462 \times 3\%) = 37,55636,462+(36,462×3%)=37,556
2️⃣ महंगाई भत्ता (DA) वृद्धि
✔ DA का निर्धारण सरकार द्वारा किया जाता है और यह हर 6 महीने में संशोधित होता है।
✔ DA बढ़ने से कुल वेतन (Gross Salary) बढ़ता है।
✔ आमतौर पर DA सालाना 5% – 10% तक बढ़ सकता है।
✔ 7वें वेतन आयोग में DA को मूल वेतन में मर्ज करने की व्यवस्था है।
👉 उदाहरण:
अगर किसी शिक्षक का मूल वेतन ₹35,400 है और DA 50% है, तो DA इस प्रकार होगा: 35,400×50%=17,70035,400 \times 50\% = 17,70035,400×50%=17,700
अगर DA बढ़कर 55% हो जाए, तो नया DA होगा: 35,400×55%=19,47035,400 \times 55\% = 19,47035,400×55%=19,470
📌 इससे कुल वेतन में वृद्धि होगी।
3️⃣ पदोन्नति (Promotion) के कारण वेतन वृद्धि
✔ जब शिक्षक को उच्च पद पर पदोन्नत किया जाता है, तो वेतन ग्रेड (Pay Scale) बढ़ता है।
✔ प्रमोशन से मूल वेतन (Basic Pay) और ग्रेड पे (Grade Pay) दोनों बढ़ जाते हैं।
👉 उदाहरण:
🔹 वर्ग 3 (प्राथमिक शिक्षक) से वर्ग 2 (माध्यमिक शिक्षक) में प्रमोशन
- पुराने ग्रेड पे: ₹2,400
- नए ग्रेड पे: ₹4,200
- मूल वेतन ₹25,300 से ₹35,400 हो जाएगा।
🔹 वर्ग 2 से वर्ग 1 (हाई स्कूल शिक्षक) में प्रमोशन
- पुराने ग्रेड पे: ₹4,200
- नए ग्रेड पे: ₹4,800
- मूल वेतन ₹35,400 से ₹44,900 हो जाएगा।
अन्य कारणों से वेतन वृद्धि
✅ 7वें वेतन आयोग लागू होने पर वेतन में बढ़ोतरी होती है।
✅ सरकारी नीतियों और बोनस मिलने पर वेतन बढ़ सकता है।
✅ नए भत्ते और वित्तीय सुधारों के कारण कुल वेतन में बढ़ोतरी होती है।
📌 निष्कर्ष: वेतन किस आधार पर और कब बढ़ता है?
कारण | कब बढ़ता है? | कितना बढ़ता है? |
---|---|---|
वार्षिक वेतन वृद्धि | हर साल | 3% वृद्धि |
DA (महंगाई भत्ता) | हर 6 महीने में | 5% – 10% वृद्धि |
पदोन्नति (Promotion) | पदोन्नति के समय | नया वेतन ग्रेड मिलता है |
7वें वेतन आयोग | सरकार लागू करती है | वेतन में बड़ा बदलाव होता है |
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Thanks ser Ji