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क्या चुनना चाहिए NPS या UPS, Ups में सरकार का योगदान 4.5% से बढ़ाकर 18.5% किया जाएगा।

हम जानेंगे-

  • NPS क्या है?
  • NPS में 40% एन्युटी से क्या आशय है?
  • UPS क्या है?
  • NPS और UPS में अन्तर क्या है?
  • कर्मचारी के रुप में किसे चुने NPS या UPS?
  • फायदा किसमें है?

1 अप्रैल, 2025 से UPS लागु किया जाएगा।

Q. NPS क्या है?

NPS (National Pension System) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक पेंशन योजना है, जिसका उद्देश्य सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। यह एक लॉन्ग-टर्म निवेश योजना है, जो सेवानिवृत्ति के लिए नियमित आय का साधन बनाती है। इसे 2004 में सरकारी कर्मचारियों के लिए शुरू किया गया था और बाद में 2009 में सभी नागरिकों के लिए खोल दिया गया।


NPS की विशेषताएं:

  1. स्वैच्छिक योजना:
    • इसे कोई भी भारतीय नागरिक (18-70 वर्ष) जॉइन कर सकता है।
    • आप अपनी वित्तीय क्षमता के अनुसार निवेश कर सकते हैं।
  2. दो तरह के खाते:
    • टियर I खाता: यह पेंशन खाता है, जिसमें निकासी प्रतिबंधित है और इसे मुख्य रूप से सेवानिवृत्ति के लिए डिज़ाइन किया गया है।
    • टियर II खाता: यह एक बचत खाता है, जिसमें निकासी की अनुमति होती है, लेकिन टैक्स बेनिफिट नहीं मिलता।
  3. बाजार-आधारित रिटर्न:
    • आपकी राशि को इक्विटी (शेयर बाजार), गवर्नमेंट बॉन्ड, और कॉरपोरेट डेब्ट जैसी जगहों पर निवेश किया जाता है।
    • इसका रिटर्न बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करता है।
  4. एन्युटी खरीदना अनिवार्य:
    • सेवानिवृत्ति (60 वर्ष की उम्र) के बाद, आप अपने फंड का 60% तक एकमुश्त निकाल सकते हैं।
    • शेष 40% राशि से एन्युटी खरीदना अनिवार्य है, जिससे आपको नियमित पेंशन मिलती है।
  5. कम लागत वाली योजना:
    • NPS का प्रबंधन और मेंटेनेंस अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में सस्ता है।

NPS के फायदे:

  1. टैक्स लाभ:
    • सेक्शन 80C के तहत आप 1.5 लाख रुपये तक निवेश पर टैक्स छूट ले सकते हैं।
    • सेक्शन 80CCD(1B) के तहत अतिरिक्त ₹50,000 का टैक्स बेनिफिट मिलता है।
    • रिटायरमेंट के समय 60% निकाली गई राशि टैक्स-फ्री होती है।
  2. रिटायरमेंट सिक्योरिटी:
    • रिटायरमेंट के बाद नियमित पेंशन मिलती है, जिससे आपकी वित्तीय स्थिरता बनी रहती है।
  3. लचीले निवेश विकल्प:
    • आप अपनी जोखिम क्षमता के अनुसार निवेश को इक्विटी, कॉरपोरेट डेब्ट, और सरकारी बॉन्ड में बांट सकते हैं।
  4. पोर्टेबल खाता:
    • आपका NPS खाता पूरे देश में पोर्टेबल है, और आप इसे किसी भी नौकरी या स्थान पर ट्रांसफर कर सकते हैं।

NPS के लिए कौन पात्र है?

  • 18 से 70 वर्ष का कोई भी भारतीय नागरिक।
  • NRIs भी NPS खाता खोल सकते हैं।
  • कर्मचारी और स्वरोजगार करने वाले दोनों ही इसमें निवेश कर सकते हैं।

कैसे काम करता है?

  1. आप नियमित रूप से NPS खाते में योगदान करते हैं।
  2. आपके फंड को PFRDA (Pension Fund Regulatory and Development Authority) द्वारा पंजीकृत पेंशन फंड प्रबंधकों द्वारा निवेश किया जाता है।
  3. रिटायरमेंट के बाद, आप:
    • 60% तक राशि एकमुश्त निकाल सकते हैं।
    • 40% राशि से एन्युटी खरीद सकते हैं।

NPS क्यों चुने?

  • यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो रिटायरमेंट प्लानिंग करना चाहते हैं और नियमित आय की आवश्यकता है।
  • कम लागत और टैक्स लाभ इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाते हैं।

Q. NPS में 40% एन्युटी से क्या आशय है?

NPS में 40% एन्युटी से आशय यह है कि जब आप रिटायरमेंट (60 वर्ष की आयु) पर अपने NPS खाते से पैसा निकालते हैं, तो उसमें से कम से कम 40% राशि का उपयोग आपको अनिवार्य रूप से एन्युटी खरीदने के लिए करना होगा। एन्युटी खरीदने का मतलब है कि इस राशि को किसी बीमा कंपनी के साथ एक अनुबंध में डाल दिया जाता है, जो आपको नियमित पेंशन के रूप में भुगतान करती है।


कैसे काम करता है 40% एन्युटी का प्रावधान?

  1. कुल राशि:
    मान लीजिए, रिटायरमेंट के समय आपके NPS खाते में ₹20 लाख जमा हैं।
  2. 40% एन्युटी:
    इसमें से कम से कम ₹8 लाख (40%) आपको एन्युटी में निवेश करना होगा। यह राशि बीमा कंपनी को दी जाती है, जो बदले में आपको नियमित पेंशन देती है।
  3. शेष राशि:
    बाकी ₹12 लाख (60%) आप एकमुश्त निकाल सकते हैं। यह राशि टैक्स-फ्री होती है।

एन्युटी से मिलने वाली पेंशन:

  • जब आप ₹8 लाख की एन्युटी खरीदते हैं, तो बीमा कंपनी आपको हर महीने/तिमाही/वर्ष पेंशन देना शुरू करती है।
  • पेंशन की राशि कई कारकों पर निर्भर करती है:
    1. एन्युटी प्लान का प्रकार (लाइफटाइम पेंशन, जॉइंट पेंशन, आदि)।
    2. एन्युटी रेट (बीमा कंपनी द्वारा दी जाने वाली ब्याज दर)।
    3. आपकी उम्र और जीवन प्रत्याशा।

उदाहरण:

अगर एन्युटी रेट 6% है और आपने ₹8 लाख एन्युटी में लगाए हैं, तो आपको हर साल ₹48,000 (₹8,00,000 × 6%) की पेंशन मिलेगी। यह पेंशन मासिक रूप में भी बंट सकती है, जैसे ₹4,000 प्रति माह।


एन्युटी का महत्व:

  • नियमित आय: एन्युटी आपके लिए एक स्थिर आय का स्रोत बनती है, जो रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा देती है।
  • जीवनभर गारंटी: कुछ एन्युटी योजनाएं आजीवन पेंशन देती हैं, भले ही आपने निवेशित राशि से ज्यादा प्राप्त कर लिया हो।

क्या 40% से अधिक एन्युटी खरीद सकते हैं?

हाँ, अगर आप चाहें, तो 40% से अधिक राशि भी एन्युटी में निवेश कर सकते हैं। इससे आपकी पेंशन राशि बढ़ जाएगी।

Q. UPS क्या है?

यूपीएस (Unified Pension Scheme) का विवरण:

यूपीएस (यूनिफाइड पेंशन स्कीम) भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित नई पेंशन योजना है, जिसका उद्देश्य कर्मचारियों को आजीवन गारंटीकृत पेंशन प्रदान करना है। इस योजना का मुख्य फोकस निवेश और पेंशन गारंटी के बीच संतुलन बनाना है।


यूपीएस की मुख्य विशेषताएं:

  1. सरकार और कर्मचारी का योगदान:
    • कर्मचारी का योगदान: वेतन का 10%।
    • सरकार का योगदान: 18.5% तक (जो एनपीएस की तुलना में अधिक है)।
  2. पेंशन की गारंटी:
    • रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी को उनके अंतिम वेतन का 50% पेंशन के रूप में गारंटी की जाएगी।
    • यह गारंटी स्थिर और आजीवन पेंशन सुनिश्चित करती है।
  3. फंड का उपयोग:
    • यूपीएस में फंड का 100% उपयोग केवल पेंशन के लिए होगा।
    • इसमें एकमुश्त निकासी का कोई प्रावधान नहीं है।
  4. फंड निवेश:
    • फंड को 100% तक बाजार में निवेश किया जा सकता है।
    • निवेश से मिलने वाला रिटर्न पेंशन राशि को प्रभावित करेगा, जिससे बेहतर रिटर्न की संभावना होगी।
  5. पेंशन की गणना:
    • यूपीएस में पेंशन की गणना कर्मचारी के अंतिम वेतन के आधार पर होगी।
    • इसका मतलब यह है कि वेतन जितना अधिक होगा, पेंशन उतनी ही अधिक होगी।
  6. रिटायरमेंट आयु:
    • रिटायरमेंट के समय से पेंशन की सुविधा शुरू होगी।
    • न्यूनतम 50% पेंशन सुनिश्चित होगी, चाहे बाजार के रिटर्न कुछ भी हों।

यूपीएस के फायदे:

  1. गारंटीकृत पेंशन:
    अंतिम वेतन के आधार पर पेंशन मिलने से वृद्धावस्था में वित्तीय सुरक्षा।
  2. सरकार का उच्च योगदान:
    सरकार द्वारा 18.5% योगदान, जो कर्मचारियों के लिए बड़ा लाभ है।
  3. डिजिटल और पारदर्शी प्रबंधन:
    यूपीएस पूरी तरह से डिजिटल होगी, जिससे योगदान और पेंशन राशि का प्रबंधन सरल और पारदर्शी होगा।
  4. आजीवन पेंशन:
    यह योजना आजीवन पेंशन की गारंटी देती है, जिससे सेवानिवृत्ति के बाद स्थिर आय सुनिश्चित होती है।
  5. पूरी फंड सुरक्षा:
    फंड का 100% उपयोग पेंशन के लिए होता है, जिससे किसी भी वित्तीय जोखिम से बचा जा सकता है।

यूपीएस की चुनौतियां:

  1. एकमुश्त राशि का अभाव:
    रिटायरमेंट के समय कर्मचारियों को फंड की कोई एकमुश्त राशि नहीं मिलेगी, जो कुछ लोगों के लिए असुविधाजनक हो सकता है।
  2. निवेश का जोखिम:
    100% निवेश बाजार से संबंधित है, जो बाजार में अस्थिरता के कारण प्रभावित हो सकता है। हालांकि, न्यूनतम गारंटी के चलते यह जोखिम सीमित हो जाता है।

यूपीएस का महत्व:

  • यह योजना उन कर्मचारियों के लिए आदर्श है, जो रिटायरमेंट के बाद नियमित और गारंटीकृत आय चाहते हैं।
  • यह भारत की पेंशन प्रणाली को सरल और समावेशी बनाती है, जहां हर कर्मचारी को एक समान लाभ प्राप्त हो।

Q. NPS और UPS में अन्तर क्या है?

वर्तमान NPS और आने वाली UPS स्कीम के अनुसार अंतर।

विवरणNPS (National Pension System)UPS (Unified Pension Scheme)
सरकार का योगदान14%18.5%
कर्मचारी का योगदान10%10%
फंड का उपयोग60% राशि निकासी के लिए, 40% एन्युटी में निवेश100% फंड केवल पेंशन के लिए उपयोग होगा
पेंशन की गारंटीकोई गारंटी नहीं, बाजार के रिटर्न पर निर्भरअंतिम वेतन का 50% पेंशन गारंटी के रूप में मिलेगा
फंड निवेश50% तक इक्विटी, शेष अन्य निवेश100% बाजार में निवेश
पेंशन की गणनाबाजार के रिटर्न और निवेश पर निर्भरअंतिम वेतन के आधार पर पेंशन की गणना
रिटायरमेंट विकल्प60% राशि एकमुश्त निकाली जा सकती है, 40% पेंशन में निवेशपूरा फंड केवल पेंशन के लिए उपयोग होगा
टैक्स लाभसेक्शन 80C और 80CCD(1B) के तहत कर लाभकर लाभ की जानकारी प्रकाशित नहीं है

Q. कर्मचारी के रुप में किसे चुने NPS या UPS?

NPS (National Pension System) और UPS (Unified Pension Scheme) में से किसी एक को चुनने का निर्णय कर्मचारियों की व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति, भविष्य की पेंशन की आवश्यकता, और जोखिम सहनशीलता पर निर्भर करता है। दोनों योजनाओं के कुछ फायदे और नुकसान हैं। यहां कुछ मुख्य बिंदु दिए गए हैं, जो आपको सही चुनाव करने में मदद कर सकते हैं:

NPS (National Pension System) चुनने के फायदे:

  1. निवेश में लचीलापन:
    • NPS में 50% तक निवेश इक्विटी में किया जा सकता है, जिससे अधिक रिटर्न की संभावना होती है।
    • आप अपनी पसंद के अनुसार निवेश की दिशा तय कर सकते हैं (इक्विटी, सरकारी बॉन्ड, या कॉर्पोरेट बॉंड)।
  2. मार्केट-लिंक्ड पेंशन:
    • निवेश का रिटर्न बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करता है, जो अधिक रिटर्न प्राप्त करने का मौका दे सकता है।
  3. एकमुश्त निकासी का विकल्प:
    • रिटायरमेंट पर 60% राशि एकमुश्त निकाली जा सकती है, जो लचीला हो सकता है यदि आपको तत्काल धन की आवश्यकता हो।
  4. कर लाभ:
    • NPS में कर लाभ मिलता है, विशेष रूप से 80C और 80CCD के तहत।

UPS (Unified Pension Scheme) चुनने के फायदे:

  1. स्थिर और गारंटीकृत पेंशन:
    • UPS में अंतिम वेतन का 50% पेंशन गारंटी के रूप में दिया जाता है। यह एक स्थिर आय सुनिश्चित करता है, जिससे रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा मिलती है।
    • यह योजना विशेष रूप से जोखिम कम करने वाले कर्मचारियों के लिए उपयुक्त है।
  2. सरकार का उच्च योगदान:
    • UPS में सरकार का योगदान 18.5% है, जो NPS के मुकाबले अधिक है। इसका मतलब है कि आपके फंड में अधिक राशि जमा होती है।
  3. एकमुश्त राशि का अभाव:
    • यदि आप सुरक्षित और स्थिर पेंशन की तलाश में हैं और एकमुश्त निकासी की चिंता नहीं करना चाहते, तो UPS बेहतर हो सकता है।
  4. 100% फंड का पेंशन में उपयोग:
    • UPS में फंड का 100% उपयोग पेंशन के लिए किया जाता है, जिससे एक स्थिर और लंबी अवधि तक मिलने वाली पेंशन सुनिश्चित होती है।

किसे चुनें?

आपके लिए कौन सी योजना बेहतर है, यह इस पर निर्भर करेगा:

  1. अगर आप अधिक रिटर्न और लचीलापन चाहते हैं, तो NPS को चुनना बेहतर होगा। यह उन कर्मचारियों के लिए उपयुक्त है, जो जोखिम लेने के लिए तैयार हैं और एकमुश्त राशि की निकासी की सुविधा चाहते हैं।
  2. अगर आप स्थिर और गारंटीकृत पेंशन चाहते हैं, तो UPS बेहतर विकल्प हो सकता है। यह विशेष रूप से उन कर्मचारियों के लिए उपयुक्त है जो रिटायरमेंट के बाद नियमित और सुनिश्चित पेंशन की तलाश में हैं और जोखिम से बचना चाहते हैं।

निष्कर्ष:

  • यदि आपकी प्राथमिकता उच्च रिटर्न और लचीलापन है, तो NPS उपयुक्त है।
  • यदि आपकी प्राथमिकता स्थिर पेंशन और गारंटी है, तो UPS आपके लिए बेहतर है।

आखिरकार, यह आपके व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करेगा। 😊

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